धन्य हे उत्तराखंड सरकार
तेरी महिमा अपरम्पार
दारु प्रेमी दारु, बिना नी रैंदी
अर सुचदी कि .......
दारु सी ही होलू उद्धार
रास्ट्रीय सड़क छन जू हमारी
त्यों तै जिला सड़क बणियाली
अर त्यों सडकियों क ऐथर-पैथर
दारु का त्वेन ठीका खोलियाली
त्वेन बडू काम करियाली
पलायन तै रुकणु कु यू
बडू बेहतरीन तर्क खोजियाली
माँ बहिंणियों न विरोध करी जू
त्यों पर त्वेन लाठी चलैयाली
ईन क्या जूर्म करी जू
पूलिस की पुरी फ़ोर्स लगैयाली
धन्य हे त्रिवेन्द्र सरकार
दारु सी इन क्या मोह ह्वे ग्यायी ?
जरा भी त्वे दया नी आयी ?
यीं दारू न जाणी !
कत्यों की मवासी घाम लगाई
जूं चुलखेन्दो मा पकदी छी रुठ्ठी
त्यों चुल्लों की आग बुझाई
जूंक अपणा गैन दारू सी
त्युंकी त्वे पर लगली हाई
सुणी ले हे त्रिवेन्द्र सरकार
समळी जा अभी भी कुछ नी ह्वायी
बन्द करै दे त्यों ठिक्कों तै
जूं तै त्वेन जबरदस्ती.....
गौं सडकियों क धोर खुलाई
मीन सूणी त्वेन हाल ही मा
जू क्वी जै नी सकदू ठिक्को
त्योंतै त्वेन दारू की वैन चलाई
समली जा बगत छ अभी भी
निथर भरी देर हवे जाली
जवीं दारू मा सुख दिखणी छैं
त्या दारू ही त्वेतै डुबाली
समळी जा हे उत्तराखंड सरकार
निथर भरी देर ह्वे जाली
ईन क्या छ यीं दारू मा
जू दारू सी ईत्का लोभ ह्वे ग्यायी
कुबेर क भंडार दिख्यायी
देख धी ऊंची डांडी कांठी
ह्यों-हिंवाळियों मा जडी छ बूटी
पर्यटन का अपार सम्भावना छ्न
पर जरा सी वे पर काम करा धी
हौलीवुड बौलीवुड वाळों तै
फ़िल्म बणाण कु न्योतु दिवा धी
विदेशी पर्यटकों तै अपणी
स्वर्ग जन यीं धरती दिखा धी
वेदनी बुग्यालों मा कैम्प लगावा
ऋषिकेश तै योग सिटी बना धी
टिहरी क अनेरू पानी मा
नावों की रेस लगा धी
नैनीताल, देहरादून मसूरी
तै स्मार्ट सिटी बना धी
पलायन करी गें जू अपणा भै-बंद
ऊतै वापस घौर बुला धी
उत्तराखंड तै समर्ध बणाणु
कुछ ता जरा सी जातन करा धी
पर अफसोस कि
उत्तराखंड सरकार तै बस
दारु मा ही कुबेर का भण्डार दिखेंदू
दारू मा ही विकाश दिखेंदु छ
© विनोद जेठुड़ी
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