Wednesday 31 July 2019

धर्मु तै स्कुल मा ठंड नी लगदी

पुष कु महीना, अर धार मा कु स्कुल
बथौँ कु स्वीस्याट मा ठँड न कुहाल 
सभी स्कुल्या बंडी अर जूत्त पैरी क स्कूल आंदन 
पर धर्मु एक बुरर्सैट अर चप्पल पैरी क स्कूल आंदु 
गुरुजी न पुछी, कि किलै रे धर्मु ?
त्वै सन ठंड नी लगदी ? 
जू तू कभी भी बंडी नी परदी ?  

धर्मु बुलदु कि ना गुरुजी, मैँ सन ठंड नी लगदी 
गुरुजी न फिर पुछी कि चल त्वै सन ठंड नी लगदी
पर फिर तू जुत्त किलै नी परदी ? 
धर्मु बुलदु कि गुरुजी
जुत्त न म्यारु टँगडु बिन्यांदु 
याकुँ मी चप्पल पैरी क ही स्कूल आंदु 

अरे माणी कि जूत्त त्वै पर बिन्यांदन छन
अर ठँड भी त्वै नी लगदी .... 
पर तीँ पैन्ट क क्या हाल बणया छन ? 
१० जगहोँ मु थिगळा धोळी धोळी तै 
टँकळ्ये – टँकळ्ये क काम चलाणी छयी 
तू अफु खुनी नयी ड्रेस किलै नी लिल्यानी ? 

दणमण दणमण आंशु धुळदु धर्मु 
मोणी उंद करिक रोणु मिसी जांदु 
अर बुलदु कि गुरुजी....... 
होंदी अगर बन्डी मीमु ता, ता इन नी ठिठकुरांदु 
होंद अगर जुत्त मीमु ता पैरी जरुर आंदु 
कनकै बतौँ गुरुजी तुमतै कि गरिबी क्या होंदु ? 
याकुँ तै मै गुरुजी योँ थिग़ळा झुलोँ मा ही आंदु - २


© विनोद जेठुड़ी 
दिनाँक 30/07/2019 at 5:50 a.m