भारतीय सँस्क्रति विश्व की सबसे प्राचीन सँस्क्रति मे से एक है, भारतवर्ष की बोली-भाषा, भारतवर्ष के लोग, भारतवर्ष की सँस्क्रति भारतवर्ष का साहित्य और भारतवर्ष का ईतिहास के बारे मे विस्तार से जानने के लिये दुनियाभर से लोग यँहा आते है और हमारी सँसक्रति को और अधिक जानने मे रुची रखते है। हमारी सँस्क्रति मे ईतनी सुन्दरता व मिठास है कि शायद ही दुनिँया की किसी भी देश की सँस्क्रति मे हो । इसी का नतिजा है कि युनिवर्सिटी औफ सिनसिनाटी यू.एस.ए मे भारतीय लोक सँगीत व बाध्य यँत्रोँ पर रिसर्च किया जा रहा है ।भारतवर्ष के हिमालयी क्षेत्र मे स्तिथ देवभूमी उत्तराखँड राज्य की सँस्क्रति से युनिवर्सिटी औफ सिनसिनाटी यू.एस.ए के प्रोफेसर स्टेफन फ़िओल इतने प्रभावित हुये के यँहा के प्रसिध लोक गायक, जागर सम्राट, ढोल वादक श्री प्रीतम भरतवाण जी को यू.एस.ए ले गये और वँहा के लोकल लोगो द्वारा प्रितम जी के निर्देशन मे एक शो प्रस्तुत किया ।
आप सभी लोग भी ये शो जरुर देखेँ, आपको एक भारतीय व उत्तराखँडी होने पर गर्व होगा । अगर अच्छा लगा तो जरुर SHARE करेँ ताकि अधिक से अधिक लोग ये विडियो देख सकेँ ।
धन्यवाद !
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