जख पढणु तै स्कूल न हो
गाँव जाणु तै सडक ना हो
विजळी की सुविधा ना हो
प्याणु तै पाणी न हो
इलाज करणु तै अस्पताळ न हो
अर जू अस्पताळ हो भी
ऊ मा डाक्टरोँ कु नामो निशान न हो
तूम ही बुला वख रा त कन कैक रा
फिर पलायन नी करा ता क्या करा ?
© Vinod Jethuri on 06/05/2018 @ Sharjah
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