एक माँ कु फर्ज कु खातिर
हैकी माँ तै छोडीक चली ग्योँ मी
भारत माँ की रक्षा खातिर
आज शहिद हुवेग्योँ मी
माँ मै माफ करी
मै तेरु बुढेंदु कु सहारु नी बणी पायी
अपणु ख्याल रखी अर
औरोँ तै भी समझैयी
बाबा मेरु दुधी नौनियाल कु
खुब देखभाळ करी
अर वेतै भी बडु हुवेक
फौजी ही बणौयी
बीना... तू हिम्मत रखी अर
माँ बाबा की सेवा करी
मेरी खुद मा तू बीना
अकेला मा रोणी ना रैयी
हम फौजी छाँ
देश क खातिर मरी मिटी जौला
पर भारत माँ पर कभी भी
आँच नी औणी द्योला
पर भारत माँ पर कभी भी
आँच नी औणी द्योला
© Vinod Jethuri on 04/05/2018 @ Sharjah
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