माणी कि बहुत मुस्किल
बाठोँ बटी ह्वेक अयाँ हम
घनघोर जँगळो बटी......
स्यो-बाघो की डौर लगी
....
नागाँ खुटो मा काँडा चुभी
घाम क दिनो म पसीना छुटी
पर ....................
खडी उकाळ का बाद
सीधु- सैणु बाठु ...
अर वेक बाद...
फूलो कु बग्वान...
फूलोँ कु खुशबु मा
उकाळी की खैरी तै
बिसरी जौला...........
अर फिर सी अगने कु
बाठु नपला .......
जिदगी कु हर पल साथ छ तेरु
तेरी खुशी मा खुशी छ मेकु
कभी अपणु तै ईखुली ना समझी
तू ही जीण कु सहारु छ मेरु ...
जन्मदिन की बहुत – बहुत
बधाई अर ढेर सारी सुभकामना । औण वाळ दिन खुशी अर उमँग, सुख अर शांति व प्रेम अर
विश्वास क होला ईन मै भगवान सी प्रार्थना करदु ।
विनोद जेठुडी, 27 May 2014 @ 8:10 AM
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